श्री सम्पतमल जी लोढा का जन्म 21, सितम्बर, 1938 को अजमेर में हुआ था। श्री लोढा साहब बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। वे सदैव धार्मिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों में अग्रणी रहे | उन्होंने अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण सामाजिक, धार्मिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं को संरक्षण एवं मार्गदर्शन दिया। वे उच्च कोटि के चिंतक एवं मनीषी थे। आपका मृदु व्यवहार स्नेहिल व्यक्तित्व, धर्म-परायणता, कर्त्तव्यनिष्ठा , कला एवं संस्कृति के प्रति रुचि एवं निश्चल आत्मीयता हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।
उनकी व्यावसायिक गतिविधियाँ भी उल्लेखनीय रहीं हैं। उनका व्यवसाय राजस्थान, गुजरात एवं महाराष्ट्र तक फैला हुआ था। भीलवाड़ा में उन्होंने विद्या निकेतन स्कूल की नींव रखी और वहाँ के निवासियों को शिक्षा के क्षेत्र मे एक उच्च कोटि का स्कूल प्रदान किया। वहीं पर महात्मा गाँधी चिकित्सालय में भवन बनवा कर रोगियों के उपचार का पुण्य कार्य किया ।
पुष्करराज के प्रति गहरी निष्ठा व प्रेम के फलस्वरूप वहाँ के विकास कार्यक्रमों में वे सदा अग्रणीय रहे । उन्होंने पुष्कर सरोवर की खुदाई करवायी। वे वर्षों तक पुष्कर विकास समिति एवं श्री अखिल भारतीय मरुधर केसरी परमार्थिक समिति, पुष्कर के अध्यक्ष पद पर सुशोभित रहे।